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पितांबरा देवी में विरोध पर अखिलेश यादव ने चेताया ...

बीजेपी याद रखें

लखनऊ में पितांबरा देवी परिक्रमा में पहुंचे अखिलेश यादव को काले झंडे दिखाए गए। हिंदू महासभा और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को कार्यक्रम में जाने से रोकने की कोशिश की और मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इस दौरान किसी पुलिस अधिकारी के मौके पर नहीं होने पर अखिलेश यादव का गुस्सा फूट पड़ा। अखिलेश में बीजेपी को चेताया और कहा कि याद रखें सभी का दिन बदलता है, इसी तरह की व्यवस्था उनके लिए भी होगी।

रामचरितमानस पर छिड़े विवाद के बीच शनिवार को अखिलेश पितांबरा देवी यज्ञ में आयोजकों के बुलाने पर पहुंचे थे। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के लोग हम पिछड़ों और दलितों को शुद्र मानते हैं, वह नहीं चाहते कि हम लोग किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर जाएं। इनको तकलीफ है कि हम धार्मिक स्थल पर गुरु और संतो से आशीर्वाद लेने क्यों जा रहे हैं। मेरा विरोध करने के लिए भाजपा ने गुंडों को भेजा है। यहां कोई पुलिस का अधिकारी नहीं है, रात में ही यहां से सुरक्षा हटा दी गई। अखिलेश ने चिंता जताते हुए कहा कि बीजेपी के लोग याद रखें समय बदलता है और समय बदलेगा, तो उन्हें भी पता चल जाएगा कि इसी तरह की व्यवस्था उनके लिए भी होंगी । इस दौरान अखिलेश खिलाफ हो रही नारेबाजी पर कहा अभी आप यहां पर खड़े हैं और कुछ भी हो सकता है, किसी के साथ कुछ भी व्यवहार किया जा सकता है, यह बीजेपी के लोग हैं। बीजेपी बेरोजगारी महंगाई पर काबू नहीं कर पा रही इसलिए इस तरह के काम कर रही है।

अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने जानबूझकर मेरी एनएसजी हटाई थी। यह मैं आज समझ सकता हूं कि मेरी एनएसजी क्यों हटाई, मेरी सुरक्षा क्यों कम कि उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी ओर आरएसएस की गलत बातों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म की ठेकेदार नहीं है। अखिलेश ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम के आयोजकों को धमकी मिल रही है। बीजेपी और आएसएस में फर्क नहीं है, लेकिन धार्मिक कार्यक्रम में में भी ऐसा कर रहे हैं।

लखनऊ में गोमती तट पर मा पितांबरा 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान हिंदूवादी संगठनों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव का विरोध किया काले झंडे दिखाकर अखिलेश यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं और अखिलेश यादव के सुरक्षाकर्मियों के बीच भिड़ंत भी हुई।

गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के श्री रामचरितमानस को लेकर दिए बयान से पूरा मामला खड़ा हुआ था। बीजेपी ने इसे हिंदुओं का अपमान बताया और सपा को हिंदू विरोधी पार्टी बताया है। स्वामी प्रसाद पर इस बयान को लेकर एफआईआर भी हुई है। उन्होंने कल भी कई कथित धमकियों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी जीभ काटने इनाम रखने जैसा बयान देने वालों को भी दूसरे कट्टरपंथियों की तरह क्या आतंकवादी जल्लाद नहीं कहना चाहिए।

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