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टॉयलेट में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बंद कर दें ...

 हो सकती है गंभीर बीमारी...

यदि आपको भी 24 घंटे स्मार्टफोन पर इस्तेमाल करने की आदत है और साथ ही आप टॉयलेच में भी मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं। हम आपको इसलिए आगाह कर रहे हैं, क्योंकि स्मार्टफोन की वजह से लखनऊ के रहने वाले एक शख्स रवि मिश्रा को कैंसर हो गया है। दरअसल 27 साल के रवि स्मार्टफोन पर इंटरनेट चलाने और गेम खेलने में इतने व्यस्त रहे कि उन्होंने पांच साल से भी पुराने कब्जियत पर ध्यान नहीं दिया और इस कब्जियत के कारण उन्हें मलाशय का कैंसर हो गया।
रवि ने अपने एक बयान में कहा, 'मैंने तब तक पेट की जलन और शौच में आ रही परेशानी को अनदेखा किया जब तक कि मल के साथ खून नहीं आने लगा। एंडोस्कोपी और बायोप्सी के बाद, डॉक्टर ने मुझे बताया कि मुझे गुदा का कैंसर है।' बता दें कि रवि मिश्रा पेशे से एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं।
वहीं इस मामले पर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ के ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉक्टर्स का कहना है कि इस बीमारी से जूझने वाला रवि अकेला नहीं है। पिछले कुछ सालों से 30 से कम उम्र के लोगों में मलाशय या गुदा का कैंसर के मामले सामने आ रहे है।
ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और एनोरेक्टल सर्जरी के विशेषज्ञ डॉक्टर अरशद अहमद ने कहा, 'शौचालय में मोबाइल फोन का इस्तेमाल शौच से ध्यान हटाता है जिससे कारण पेट साफ नहीं होता और लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। यह कब्ज लंबे समय तक रहने के बाद जीर्ण हो जाता है और मलद्वार से रक्तस्राव का कारण बनता है। यदि यही कब्ज 4-5 वर्षों तक रह जाए तो मलाशय का कैंसर भी हो सकता है।'
उन्होंने बताया कि पांच साल पहले तक एक महीने में करीब 40-45 मरीज आते थे जिन्हें मलाशय में कैंसर की शिकायत थी। इनमें 30 से कम उम्र के मरीजों की संख्या 3-4 रहती थी लेकिन अब 40-45 मरीजों में से 30 से कम उम्र के मलाशय के रोगियों की संख्या 25 पहुंच गई है। 
वहीं डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ ने कहा है कि वहां भी ऐसे मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिन्हें कब्जियत के कारण कैंसर हो रहा है। इसकी जानकारी ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉक्टर आशीष सिंघल ने दी।

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