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पत्रकार बनना आसान है पर पत्रकारिता करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य ...

पत्रकार बनना तो आसान है पर पत्रकारिता करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य

जब तक पत्रकार है तब तक यह देश और समाज सुरक्षित है

क्या सोचा किसी ने कैसे मनेगी दिवाली यह होगी खुशहाली एक पत्रकार के आंगन में

 अमन बैच  देंगे चमन बैच देंगे कलम के सिपाही अगर सो गए तो सत्ता के पुजारी वतन बेच देंगे

जिम्मेदार पत्रकार को अपने चरित्र की रक्षा करने के साथ बेगुनाही के सबूत भी जुटाने होते है। 

घटनास्थल पर कवरेज करने के दौरान पत्रकारों की जिंदगी खतरे की जद में रहती है

 पत्रकारिता का धर्म निभाना एक जोखिम भरा कार्य है। लेकिन जनता को हकीकत से परिचित कराने वाले पत्रकार खुद कितने खतरों का सामना करते है इसका अंदाजा लगाना अत्यंत मुश्किल है। 


 सरकार को पत्रकार की मांग पर गंभीरता से विचार करना चाहिये।

लोकतंत्र का सबसे मजबूत स्तंभ माने जाने वाला पत्रकारिता जगत आन बान और शान के लिये जाना जाता है। पत्रकारों का रसूक समाज में किसी से छिपा नहीं है। मंत्री हो या नेता, नौकरशाह हो या सरकारी अधिकारी पत्रकारों के इर्द- गिर्द ही रहते है। खबरों में सुर्खियां बनने वाले तमाम लोग पत्रकारों को विशिष्ट आदर सम्मान देते है। यही कारण है पत्रकारिता के पेशे में आने के लिये युवाओं में क्रेज बना हुआ है। युवा वर्ग पत्रकार बनने के लिये आतुर रहते है। पत्रकारिता के क्षेत्र में पत्रकारों को नेताओं और मंत्रियों की प्रेस कांफ्रेस में तो आदर सम्मान मिलता है। लेकिन दंगों और झगड़ा फसाद की कवरेज करने के दौरान पत्रकारों को अपनी जान जोखिम में डालकर घटना स्थल पर मौजूद रहना पड़ता है। घटना स्थल से फोटो और वीडियों लेने पड़ते है। पत्रकार इस दौरान उन असामाजिक तत्वों के बीच अकेला होता है। यदि मौके पर पुलिस होती है तो पत्रकारों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होता है। समाज के सेवा में अहम भूमिका निभाने वाले पत्रकारों को सरकार से कोई राहत या सुविधाएं नही मिलती है फिर भी समाज के प्रति सच्ची श्रद्धा से सेवा करते हुए पत्रकारिता करते हैं । विधायक,सांसद एक बार जीता तो करोड़ो रूपये के साम्राज्य का स्वामी, सुरक्षा हेतु साथ रक्षक भी रहते हैं लेकिन पत्रकार बंधु देश व समाज के सेवा में हर वक़्त त्तपर रहते हैं, हर पल जान का जोखिम बना रहता है ,सरहद के निगहबानी करने वालो के पश्चात इससे अधिक देश व समाज की सेवा बिना किसी भेदभाव के कौन दे सकता है । पत्रकार बनना आसान है लेकिन पत्रकारिता करना चुनौतियों पूर्ण  कार्य है ।।                                       

                                                        जब तक पत्रकार है तब तक यह देश और समाज सुरक्षित है 
                                             क्या सोचा किसी ने कैसे मनेगी दिवाली होगी क्या खुशहाली  पत्रकारों के आँगन में भी ।

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