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अनसुलझे सवालों के जवाब तलाश रही IB ...

अपराधी विकास दुबे से जुड़े पुलिसकर्मियों व अन्य की कर रही है जांच

यूपी के कानुपर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के कारनामों में शरीक हुए लोगों की जांच आईबी कर रही है। जांच में वह कई अनसुलझे सवालों के जवाब दे रही है।    

उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत दो जुलाई 2020 की मध्य रात्रि हुए बिकरू कांड के बाद कुछ पुलिसकर्मियों पर लगातार खड़े हो रहे सवालों के जवाब तलाशने के लिए और पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच करने के लिए कानपुर में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीम ने डेरा डाल रखा है। पुलिस सूत्रों की माने तो बिकरू कांड के हर एक पहलू की जांच आईबी अपने स्तर पर कर रही है।

माना जा रहा है कि आईबी की जांच पूरी होने के बाद बिकरू कांड से जुड़े पुलिसकर्मियों के ऊपर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। वहीं पुलिस एनकाउंटर में मारा गया अपराधी विकास दुबे व खजांची जय बाजपेई की संपत्ति की भी जांच आईबी कर रही है।

बिकरू गांव के ग्रामीणों से की बातचीत

सूत्रों की माने तो कानपुर पहुंची आईबी की टीम ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत करने के बाद अपराधी विकास दुबे के गांव बिकरू पहुंच कर गांव वालों से भी बातचीत की है। बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस और अपराधी विकास दुबे के बीच संबंधों को लेकर भी गांव वालों से जानकारी आईबी ने एकत्र किया है। यह भी जानकारी ली है कि उसके घर पर किन-किन लोगों का आना जाना था।

एक ग्रामीण ने नाम न छापने की बात कहते हुए बताया कि घटना के बाद से लगातार गांव में अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे ही कुछ लोग शुक्रवार को भी गांव आए थे और उन्होंने पहले विकास दुबे के खंडहर हो चुके घर को देखा और फिर उसके बारे में जानकारी एकत्र कर रहे थे। यहां तक की चौबेपुर थाने से उसके संबंधों के बारे में जानकारी ले रहे थे।

पीड़ित अधिवक्ता से भी की बातचीत

सूत्रों की माने तो खजांची जय बाजपेई से पीड़ित रहे अधिवक्ता सौरभ भदोरिया से भी आईबी की टीम में मुलाकात करके उसके द्वारा खजांची जय बाजपेई पर लगाए जा रहे आरोपों के साक्ष्य भी मांगे थे अधिवक्ता ने आईबी को साक्ष्य दिए भी हैं। इस दौरान आईबी ने अधिवक्ता सौरभ भदोरिया से अपराधी विकास दुबे और जय वाजपेई के बीच संबंध के बारे में भी जानकारी एकत्र करी है। कहां-कहां इन लोगों ने अवैध तरीके से संपत्तियां बना रखी है इसकी भी जानकारी जुटा रही है। सूत्रों ने तो यहां तक बताया है कि अधिवक्ता सौरभ भदोरिया से आईबी ने थाना नजीराबाद के कुछ पुलिसकर्मियों के बारे में भी जानकारी ली है।

गौरतलब है कि 2 जुलाई 2020 की मध्य रात्रि अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर अपराधी विकास दुबे के साथियों ने हमला बोल दिया था जिसमें तत्कालीन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस ने भी ताबड़तोड़ तरीके से छापामारी करते हुए 10 जुलाई 2020 को विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया था। निष्पक्ष जांच के लिए जहां एसआईटी का गठन किया गया था। वहीं ईडी के साथ अन्य जांच एजेंसियों ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।

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